GYAN VIGYAN HARYANA
Saturday, January 1, 2011
माँ आली
कविता रमलू नै बोली - कोए इसी बात कर रमलू अक मेरा दिल जोर-जोर तैं धड़कन लागज्या !
रमलू - पाछै मुड़ कै देख तेरी माँ आवन लागरी सै!!!!
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