Wednesday, March 13, 2013

Naya beej

पितृसत्ता की ताकत म्हारी नाक  कसूत डबोवैगी
नया बीज बोवंगे तो ही नयी फसल की खेती होवैगी 
हरयाणा की बुरी छवि पूरे जगत मैं खिंची रहेगी
पुत्र लालसा जिब तलक म्हारी सोच मैं बची रहेगी
मिलके हटे काली सयाही सरतो सुख तैं रोटी पोवैगी॥
सामाजिक सुरक्षा का घटना महिला का बैरी होग्या
पूरा समाज होगा जगाना पढ्या लिख्या आप्पा खोग्या 
नहीं तो म्हारी आगली पीढ़ी माथा पकड़ कै नै  रोवैगी॥
महिला विरोधी रीत पुराणी छांट कै काढ़ बगानी होँ
महिला के हक़ मैं जो भी सें हमनै वे रीत बचानी होँ 
महिला पुरुष बराबर होँ कमला सुख तैं सोवैगी ॥
काम जमा आसान नहीं नया समाज सुधार चाहिए
वंचित दलित महिला नै यो पूरा  अधिकार चाहिए
रणबीर की कलम हमेशा ये सही छंद पीरोवैगी  ॥
   

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