Wednesday, March 13, 2013

Naya beej

पितृसत्ता की ताकत म्हारी नाक  कसूत डबोवैगी
नया बीज बोवंगे तो ही नयी फसल की खेती होवैगी 
हरयाणा की बुरी छवि पूरे जगत मैं खिंची रहेगी
पुत्र लालसा जिब तलक म्हारी सोच मैं बची रहेगी
मिलके हटे काली सयाही सरतो सुख तैं रोटी पोवैगी॥
सामाजिक सुरक्षा का घटना महिला का बैरी होग्या
पूरा समाज होगा जगाना पढ्या लिख्या आप्पा खोग्या 
नहीं तो म्हारी आगली पीढ़ी माथा पकड़ कै नै  रोवैगी॥
महिला विरोधी रीत पुराणी छांट कै काढ़ बगानी होँ
महिला के हक़ मैं जो भी सें हमनै वे रीत बचानी होँ 
महिला पुरुष बराबर होँ कमला सुख तैं सोवैगी ॥
काम जमा आसान नहीं नया समाज सुधार चाहिए
वंचित दलित महिला नै यो पूरा  अधिकार चाहिए
रणबीर की कलम हमेशा ये सही छंद पीरोवैगी  ॥
   

AAJ KA DAUR

आज का दौर 
विनाशकारी कदम ताबड़  तौड़ हम पर थोंप दिए
पैट्रोल के बाद  डीजल के दाम नियंत्रण मुक्त किये
खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश से नहीं डरे  
देश भर में व्यापक विरोध हुआ फिर भी लागू करे
लूट खसोट उत्पीडन मुनाफाखोरी पर व्यवस्था टिकी
दिवालियेपन और संकट से बचने को ये नीतियाँ दिखी
सुधारों की आड़ में  बिगाड़ पूरे  देश पर थोंपे जा रहे
इनके विनाश कारी परिणाम हमारे सामने आ रहे
उदारीकरण निजीकरण की नीतियाँ लागू की गयी
बड़े बड़े साहूकारों को मुनाफे बढ़ने की छूट दी गयी
दूसरी तरफ रोटी रोजी को तरस रहे मजदूर किसान    
छोटे मोटे कर्मचारी भी हो  रहे इन नीतियों से परेशान
खादय सुरक्षा रोटी रोजी शिक्षा स्वास्थ्य और आवास
पढ़ाई महंगी इलाज महंगा बिन आयी मौत से मरते
अपनी जमीं मकान बेचकर इलाज का खर्च ये भरते
लाखों पढ़े लिखे योग्यता प्राप्त युवा ढूढ़ते हैं रोजगार
लाखों नौकरी पद खाली रखे बैठी है हमारी सरकार  
अस्थायी नौकरियां देकर स्थाई नौकरियों पे लगाते
आर्थिक शोषण उत्पीडन करने में बिलकुल न घबराते
महिला कमजोर तबके मान सम्मान से नहीं  जी पाते 
बलात्कार और घरेलू हिंसा कदम कदम पर हैं सताते
दलित महिला सबसे ज्यादा उत्पीडन का शिकार होती
दबंग लोग शामिल होते असफल गरीब की पुकार होती
जातिवादी आकराम्कता को दबंग बढ़ावा दे रहे हैं देखो
सामाजिक सद्भाव बिगाड़ के दबंग दरव दे रहे हैं देखो
कब तक आखिर यह सब हम और आप सहते रहेंगे
एक नयी जंग की शुरुआत देखो तो हो चुकी है दोस्तों
जात पात से ऊपर उठ कर लड़ो जो भी दुखी है दोस्तों