✍️ *हरियाणा ज्ञान-विज्ञान समिति* ✍️
*दिनांक 05 अक्तूबर 2025 को हुई राज्य कार्यकारिणी की 16वीं मीटिंग की कार्यवाही*
आदरणीय साथियों,
राज्य कार्यकारिणी की 16वीं मीटिंग दिनांक 05 अक्तूबर 2025 को राज्य मुख्यालय, रामगोपाल कॉलोनी, रोहतक में हुई। जिसमें प्रमोद गौरी, सुरेश कुमार, सोहन दास, मनीषा, राममेहर, वेदपाल, नरेश प्रेरणा, रमेश चन्द्र, डाॅ. रणबीर सिंह दहिया, डाॅ. बलजीत भ्याण, अमृतलाल, मा. रामफल मलिक, शीशपाल, सतबीर नागल, मा. प्रमोद कुमार, सुलेखचन्द, विनोद मंगलोरा, सतीश चैहान और अनीता बगोटिया ने भाग लिया। जबकि नंदकिशोर, डा. धर्म सिंह, अनीता शर्मा, वेदप्रिय, वजीर सिंह, सतपाल आनन्द, शीतल, संदीप महिया, मदनपाल आदि विभिन्न कारणों से नहीं आ पाए।
*एजेंडे:*
*1. रिपोर्टिंग एवं समीक्षा:* एम.डी.यू. रोहतक में अखिल भारतीय जन विज्ञान नेटवर्क के उत्तरी जोन की 30-31 अगस्त को हुई मीटिंग/कार्यशाला, पिछली मीटिंग से अब तक की रिपोर्ट, सदस्यता एवं इकाईयों के गठन की स्थिति, बुलेटिन की सदस्यता, संगठन के संविधान के ड्राफ्ट पर आए सुझावों को शामिल कर अपडेट करना;
*2. भविष्य के काम :*
1) सांगठनिक सम्मेलन - इकाई, जिला एवं स्टेट और वित्तिय स्थिति एवं बजट,
2) वैज्ञानिक मानसिकता अभियान का दूसरा चरण,
3) कोर समूहों की सक्रियता बढ़ाना।
*रिपोर्टिंग एवं समीक्षा :*
1. गत 30-31 अगस्त को अखिल भारतीय जन विज्ञान नेटवर्क की नॉर्थ जॉन की मीटिंग/कार्यशाला एम.डी.यू. रोहतक में आयोजित की गई। जिसमें हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली और हरियाणा से 60 साथियों ने भाग लिया। इसमें शिक्षा, वैज्ञानिक मानसिकता, जेंडर एंड सोशल जस्टिस, स्वास्थ्य, कृषि और जलवायु परिवर्तन पर रिसोर्स पर्सन्स द्वारा वक्तव्य रखे गए। जिन पर आपसी विचार-विमर्श कर भावी योजना बनाई गई। सभी के ठहरने, खाने, बैठने आदि की व्यवस्था सुचारू थी। एमडीयू प्रशासन का सहयोग बहुत अच्छा रहा। कार्यक्रम पर करीब ₹50000 खर्च हुआ। उक्त मीटिंग/कार्यशाला की पूर्व तैयारी हेतु HGVS, HVM और BGVS के प्रधान एवं सचिवों की संयुक्त मीटिंग ऑनलाइन आयोजित की गई थी। जिसमें पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा करते हुए कार्य योजना बनाई गई थी। जिससे तीनों संस्थाओं की उपयुक्त भागीदारी हो गई थी लेकिन इसकी सभी तरह की तैयारियों एवं खर्च का अधिकतम बोझ HGVS को ही उठाना पड़ा। इस कार्यशाला में BGVS की ओर से कोई आर्थिक सहयोग नहीं मिल पाया।
2. विभिन्न जिलों द्वारा वर्ष 2025-26 की सदस्यता का नवीनीकरण किया है और बुलेटिन के स्थाई पाठक भी बनाए गए हैं। अधिकतर जिलों में सचिवमण्डल या कार्यकारिणी की मीटिंगें हुई हैं। जिलों की रिपोर्ट अनुसार जीन्द में 300, हिसार में 109, कैथल में 50, पानीपत में 150, करनाल में 125, भिवानी में 35 की सदस्यता किए जाने की रिपोर्ट की गई है जबकि कुछ जिले अभी भी सदस्यता करने की इच्छा रखते हैं। जबकि रोहतक और फतेहाबाद में अभी तक कोई सदस्यता नहीं हो पाई है। (कुल 769) इसके अलावा जिले अपनी-अपनी सदस्यता की कॉपी व सूची एवं सदस्यता राशि जल्द से जल्द राज्य केंद्र के पास जमा करवाने पर दें। जीन्द और कैथल ने जमा करवा दी है। गत सितंबर माह में सोनीपत शहर में स्थानीय साथियों की मदद से करीब 65000/- रूपये चन्दा इकट्ठा किए गया है जिसमें से 60000/- रूपये नकद प्राप्त हो चुके हैं। इसमें से अधिकतर राशि उतरी क्षेत्र के राज्यों की जोनल कार्यशाला में खर्च हो चुकी है।
3. विभिन्न जिलों की ओर सदस्यता, पुस्तकों, बुलेटिन और स्टेट कोटा आदि की बकाया देनदारी है जिसे जल्द राज्य केन्द्र के पास जमा कराने का निर्णय लिया गया है। जिसका विवरण निम्नलिखित है:
1) जीन्द ₹4500/-
2) कैथल ₹19000/-
3) करनाल ₹38500/-
4) हिसार ₹1500/-
5) भिवानी ₹4500/-़ (नोट: ₹1500/- जो रिटायर्ड कर्मचारी संघ की ओर बकाया हैं और वजीर सिंह जी द्वारा जमा कराया जाना है।)
(विशेष नोट : उक्त बकाया राशि में वर्ष 2025 की सदस्यता राशि शामिल नहीं है। साथ ही सभी जिले एक बार अपनी बकाया राशि का मिलान कर लें और कोई त्रुटि रह गई हो तो राज्य कोषाध्यक्ष को सूचित करने का कष्ट करें।)
3. वैज्ञानिक मानसिकता अभियान के दूसरे फेज के अंतर्गत *“वैज्ञानिक चेतना का विकास”* नामक पुस्तिका पर जिलों के विभिन्न स्कूलों में परीक्षा लेने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जबकि फतेहाबाद जिला नेतृत्व तो युवा संगठन डी.वाई.एफ.आई. और छात्र संगठन एस.एफ.आई. के साथ नेटवर्किंग कर संयुक्त प्रयास कर स्वतंत्र पहलकदमी करते हुए 18 स्कूलों के करीब 1350 छात्रों के एग्जाम लेकर अब दूसरे दौर की जिला स्तरीय परीक्षा लेने की तैयारी कर रहा है। इसी कड़ी में निर्णय लिया गया है कि सभी जिले अब इस परीक्षा को स्कूल स्तर पर 20 अक्तूबर यानि दिवाली तक पूरा करके एक नवम्बर तक 20 प्रतिशत छात्रों की जिला स्तरीय परीक्षा ले लिया जाए। इसके बाद महान वैज्ञानिक सी. वी. रमन-डे पर 7 नवम्बर को परीक्षा सभी जिलों में जिला स्तरीय कार्यक्रमों के आयोजन कर वैज्ञानिक मानसिकता पर वैचारिक विमर्श कर लिया जाए। जिसमें 20 प्रतिशत स्कूली छात्रों, अध्यापकों और जिला कमेटी सदस्यों एवं कार्यकर्ताओं को अवश्य शामिल कर लिया जाए।
4. स्टेट कृषि कोर समूह की पहलकदमी पर राज्य कार्यकारिणी में लिए गए निर्णयानुसार दिनांक 23-24 अगस्त को जाट धर्मशाला, हिसार में राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें उम्मीद से भी ज्यादा साथी जिनमें पहले दिन करीब 100 और दूसरे दिन करीब 60 साथियों ने भाग लिया। जहर मुक्त खेती और जहर मुक्त थाली के कांसेप्ट को आगे बढ़ाने के लिए काफी अच्छा विचार-विमर्श किया गया। जींद और पानीपत में भी कृषि कार्य को लेकर अतिरिक्त प्रयास किए जाने की योजना बनी है।
5. संगठन के संविधान के ड्राफ्ट पर काफी साथियों ने बहुमूल्य सुझाव दिए हैं। जिन्हें शामिल करते हुए ड्राफ्ट को पुनः समीक्षा कर आगे बढ़ाया जाएगा। इसके बाद व्यापक विचार-विमर्श के साथ बदलाव हेतु आगामी राज्य सम्मेलन में पेश कर पारित करवाया जाएगा।
6. राज्य कार्यकारिणी में से बनाए गए 10 कोर समूहों में से कुछ कोर समूह आगे बढ़कर पहलकदमी कर रहे हैं लेकिन कुछ सक्रियता नहीं बना पा रहे हैं। जिनमें विज्ञान, युवा, बुलेटिन, कृषि कोर समूह सबसे ज्यादा सक्रिय हैं जबकि समता, सांस्कृतिक, कृषि और दलित कोर समूह ने पहलकदमी लेनी शुरू की है। लेकिन शिक्षा, स्वास्थ्य, अल्पसख्यक आदि कोर समूहों की सक्रियता न हो पाने के चलते शिक्षा, स्वास्थ्य और साम्प्रदायिक सद्भावना जैसे मुद्दों पर ज्यादा विचार-विमर्श नहीं हो पा रहा है। समता, सांस्कृतिक और बुलेटिन कोर का विस्तार करने के लिए जिलों से दो-दो नाम जल्द से जल्द उपलब्ध करवाने हेतु आग्रह किया गया है। इनके अलावा सोशल मीडिया ग्रुप बनाकर उसे भी सक्रिय करना चाहिए। संभव हो तो इन ग्रुपोें में एक युवा व एक महिला के नाम दे दिए जाएं। साथ ही हर जिला अपनी जरूरत अनुसार राज्य कोर समूहों के साथियों को शामिल कर जिला स्तरीय कोर समूहों का गठन भी अवश्य करे।
7. गत 7 सितम्बर 2025 को चंद्रग्रहण लगा था जिसका आँखों देखा नजारा जींद, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, करनाल, गुरुग्राम, झज्जर, पानीपत, सोनीपत और रोहतक आदि जिलों के साथियों ने देखा। हिसार में तो मीडिया पर भी काफी प्रचार-प्रसार किया गया है।
8. हिसार में सदभावना मंच के साथ मिलकर बाढ़ राहत के लिए सामग्री जुटाई गई है। जीन्द में 6 अगस्त को स्कूली छात्रों के बीच गौहर रजा की युद्ध विरोधी डाक्युमैंटरी "एक खूबसूरत जहाज" दिखाकर पैंटिंग प्रतियोगिता का तथा शहीद भगत सिंह जयन्ती पर दो कार्यक्रमों के सफल आयोजन किए गए हैं। पानीपत में गोष्ठी करके युवाओं के साथ संवाद किया गया है।
*भावी योजना :*
1. वैज्ञानिक मानसिकता अभियान: इस अभियान के दूसरे चरण में स्कूलों में वितरित की गई पुस्तिका *"वैज्ञानिक चेतना का विकास"* पर सभी छात्रों की स्कूली स्तर की परीक्षा 19 अक्टूबर तक ले ली जाए। इनमें से टॉप आने वाले 20 प्रतिशत छात्रों की छंटाई करके जिला स्तर पर परीक्षा एक नवम्बर तक अवश्य ले ली जाए। फिर इन्हीं 20 प्रतिशत छात्रों के अलावा सहयोग करने वाले सभी अध्यापकों, समिति कार्यकर्ताओं व संगठनकर्ताओं एवं सहयोगी बुद्धिजीवियों आदि को शामिल कर प्रसिद्ध वैज्ञानिक सी.वी. रमन की जयन्ती पर 7 नवम्बर को वैचारिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर लिया जाए। इसके बाद 30 नवंबर को जीन्द में राज्य स्तरीय कार्यक्रम करने की सहमति बनी है। जिसमें हर जिला में जिला स्तर पर परीक्षा देने वाले छात्रों में से 20 प्रतिशत छात्रों एवं अध्यापकों तथा एक्टीविस्टों को शामिल करके बेहतरीन कार्यक्रम का आयोजन हो। हम बाल विज्ञान कांग्रेस के विकल्प के रूप में भी मान सकते हैं और टॉपर छात्रों को बाल वैज्ञानिक का दर्जा भी दे सकते हैं।
2. सांगठनिक सम्मेलन एवं बजट : स्टेट कार्यकारिणी के निर्णय अनुसार आगामी राज्य स्तरीय सांगठनिक सम्मेलन को मार्च 2026 में करनाल में जिला कार्यकारिणी की सहमति के साथ करने का निर्णय लिया गया है। इस बार राज्य सम्मेलन 3 दिनों तक करने पर भी राय बनी है क्योंकि हमें अपने संगठन के संविधान को भी पारित कराना है। उक्त सम्मेलन को भारी उत्साह एवं व्यापक तैयारियों के साथ करने का प्रयास किया जाएगा। सम्मेलन पर करीब 3 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया है। इसके लिए पूर्व की तरह बजट जुटाने के लिए स्मारिका निकाली जाएगी। जिसके विज्ञापनों से होने वाली आय से 50 फीसदी हिस्सा स्टेट और 50 फीसदी जिला पर रहेगा। स्मारिका व चन्दा अभियान के जरिए राज्य भर में ₹10 लाख चन्दा जुटाने की सहमति बनी है। लेकिन राज्य सम्मेलन से पूर्व सभी जिले अपनी-अपनी वर्तमान सदस्यता के आधार पर गहन-विमर्श करते हुए 30 नवम्बर तक स्थानीय इकाईयों के सम्मेलन कर नई कमेटियों का गठन करेंगे। साथ ही दिसम्बर 2025 तक 10 जिला सम्मेलन कर कार्यकारिणी गठित करने का भी निर्णय लिया गया है। अब तक 4 जिलों जिनमें जीन्द में (10-11 जनवरी 2025), कैथल में (21 दिसम्बर), करनाल में (13 दिसम्बर) और पानीपत में (14 दिसम्बर) को जिला सम्मेलनों की तिथियां तय कर ली हैं। जबकि रोहतक, भिवानी, हिसार, फतेहाबाद, गुरूग्राम और सोनीपत में भी जल्द सम्मेलनों की तिथियां तय करके कमेटियों का विधिवत चुनाव करवा लिया जाएगा। जिनमें हर स्तर पर महिलाओं और युवाओं की भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने पर सहमति बनाई गई है। साथ ही इनकी वार्षिक योजना बनाने, ज्ञान-विज्ञान बुलेटिन के स्थाई सदस्य बनाने और बजट बनाकर चन्दा अभियान चलाने पर सहमति बनी है।
3. सभी कोर समूहों के संयोजकों से अनुुरोध किया गया है कि खुद पहलकदमी लेकर सक्रियता बढ़ाएं ताकि पूरे संगठन को सभी मुद्दों पर व्यापक विमर्श में शामिल किया जा सके। अन्य सक्रिय कोर समूहों की तरह विशेषकर शिक्षा, स्वास्थ्य, अल्पसख्यक कोर की सक्रियता बढ़ाई जाए; जिससे शिक्षा, स्वास्थ्य और सांप्रदायिक सद्भावना जैसे मुद्दों पर भी ज्यादा विचार-विमर्श हो सके। इसी प्रकार सभी जिला प्रभारी भी जिलों से तालमेल करके हर तरह से मार्गदर्शन करते हुए मदद करें। कृषि कोर समूह की पहलकदमी एवं जिला कमेटी के तत्वावधान में आगामी 18 अक्तूबर को जीन्द में कृषि कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।
4. जन स्वास्थ्य अभियान की राज्य स्तरीय कन्वेंशन आगामी 23 नवम्बर 2025 को करने का निर्णय लिया गया है। जिसके आयोजन की मुख्य जिम्मेदारी हरियाणा ज्ञान-विज्ञान समिति की लगी है। जबकि अन्य संगठन भी सहयोग करेंगे। जल्द ही राज्य कार्यकारिणी की मीटिंग करके वैन्यू कर लिया जाएगा।
5. अखिल भारतीय जन विज्ञान नेटवर्क (AIPSN) द्वारा तय फार्मूले अनुसार आगामी दिनांक 25 से 27 अक्तूबर 2025 को भोपाल में आयोजित की जा रही राष्ट्रीय ब्रेन स्टोर्मिंग कार्यशाला में भ्ळटै की ओर से डाॅ. रणबीर दहिया, प्रमोद गौरी, नरेश प्रेरणा, सोहन दास, सुरेश कुमार, मनीषा (महिला) और विक्रम अली (युवा) जाएंगे। इस कार्यशाला में HVM और BGVS के नेतृत्वकारी साथी भी जाएंगे।
*प्रस्तुति :*
सुरेश कुमार, राज्य सचिव।
दिनांक: 14 अक्तूबर 2025
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